मस्तिष्क की क्षमता बढ़ाने के लिए 5 सुपर ब्रेन योग व्यायाम

प्रतिदिन सुबह जब आप जागते हैं, तब आपके स्वास्थ्य की स्थिति ही दिनचर्या निश्चित करती है। शरीर की कोई भी बीमारी हमारे उत्साह को कमजोर कर देती है और रोज के काम को ठीक से करने में दिक्कत लाती है। बहुत से योग आसन हैं जो आपको शारीरिक रूप से स्वस्थ रखने में मददगार हैं। आपका मानसिक स्वास्थ्य भी उतना ही जरूरी है।
आपका मस्तिष्क रोज के काम को करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। आपकी प्रतिक्रिया की क्षमता, समझने की क्षमता, महसूस करने की क्षमता और फिर अच्छे से काम कर पाना, ये सब आपके मस्तिष्क की सेहत जुड़े हुए हैं।
कई बार हम ये समझ ही नहीं पाते हैं कि शरीर के और अंगो की तरह मस्तिष्क को भी प्रतिदिन पोषण और ऊर्जा की जरूरत होती है। जैसे शरीर को सही रखने के लिए शारीरिक व्यायाम आवश्यक है उसी तरह मस्तिष्क का व्यायाम बुद्धिमत्ता के लिए आवश्यक है। योग आसन हमारे शरीर के समग्र रूप से सहीकार्य करने में बहुत प्रभावी हैं।
मस्तिष्क के लिए योग, आसन और प्राणायाम
योग का विज्ञान, शरीर की आन्तरिक शक्ति को जगाता है और जो शरीर को अधिक शक्तिशाली बनाता है और कार्यक्षमता को बढ़ाता है। ये संज्ञान शक्ति में तत्काल वृद्धि का कारक भी हो सकता है। ये तनाव से मुक्त करता है और मस्तिष्क के द्वारा संचालित सभी महत्वपूर्ण क्रियाओं के संचालन में मदद करता है। जैसे बायीं नासिका से श्वास लेने पर दाहिना मस्तिष्क सक्रिय होता है और दायीं नासिका से श्वास लेने पर बायाँ मस्तिष्क सक्रिय होता है।
नकारात्मक भावनायें जैसे क्रोध, झुंझलाहट, निराशा और चिंता से मुक्त करता है। एकाग्रता और स्मृति को बढ़ाता है। आत्म विश्वास को बढ़ाता है।
यह एक साधारण प्रक्रिया है जिसको घरया ऑफिस, कहीं पर भी किया जा सकता है। यह प्राणायाम चिंता-मुक्त होने का सबसे अच्छा विकल्प है। अधिक जानने के लिए यहाँ क्लिक करें
रीढ़ की हड्डी को खींच कर तनाव मुक्त करता है। मन से क्रोध और चिड़चिड़ाहट दूरकर शांत करता है। अधिक जानने के लिए यहाँ क्लिक करें
गर्दन और रीढ़ में खिचाव के द्वारा मजबूती लाता है। माँसपेशियों को विश्राम देता है। मस्तिष्क में रक्त संचार बढ़ाता है। मस्तिष्क और तंत्रिका तंत्र को शांत करने में मदद करता है, जिससे चिंता, तनाव और डिप्रेशन (अवसाद) को कम किया जा सकता है। अधिक जानने के लिए यहाँ क्लिक करें
थाइरॉइड और पैरा-थाइरॉइड ग्रंथियों को नियमित करता और सुचारु करता है। पीनियल और हाइपोथैलेमस ग्रंथियों में अधिक रक्त पहुँचाकर मस्तिष्क को पुष्ट करता है। सभी संज्ञानात्मक कार्यप्रणाली में सुधार लाता है। अधिक जानने के लिए यहाँ क्लिक करें
मस्तिष्क में रक्त प्रवाह को बेहतर कर तंत्रिका तंत्र को शांत करता है। पीठ और गर्दन में खिचाव से तनाव और थकावट को कम करता है। अधिक जानने के लिए यहाँ क्लिक करें
सुपर ब्रेन योग को कैसे करें?
- सीधा खड़े हो जाएँ, भुजायें सामान्य स्थिति में।
- अपने बाएँ हाथ को उठाये और अपने दाहिने कर्ण पल्लव को पकड़े और ध्यान रहे अगूंठा सामने की ओर रहे।
- अब दायें हाथ को उठाये और अपना बायां कर्ण पल्लव पकड़े आपकी दायीं भुजा बायीं भुजा के ऊपर होनी चाहिए।
- गहरी श्वांस ले और धीर-धीरे बैठें।
- 2-3 सेकण्ड् रुकें।
- आराम से श्वाँस छोड़ें और उठ जाएँ, इस तरह एक चक्र पूरा हुआ।
- रोज आप ऐसे 15 चक्र कर सकते हैं।
सुपर ब्रेन योग के लाभ
सुपर ब्रेन योग से आपके कर्ण पल्ल्वों में उपस्थित एक्यूप्रेशर बिंदु सक्रिय होकर आपके मस्तिष्क की क्षमता बढ़ाते हैं। इस व्यायाम से मस्तिष्क को निम्न लाभ होते हैं :
- दायें और बायें मस्तिष्क में समन्वय होता है
- शरीर में ऊर्जा का उचित वितरण होता है
- सोचने की क्षमता बढ़ती है
- मानसिक ऊर्जा बढ़ती है
- रचनात्मकता बढ़ती है
- संज्ञान शक्ति बढ़ती है
- एकाग्रता और स्मरण शक्ति बढ़ती है
- निर्णय लेने की क्षमता में वृद्धि होती है
- तनाव कम होता है
- मनोवैज्ञानिक रूप से स्थिरता आती है
ये मस्तिष्क के व्यायाम विभिन्न मानसिक रोगों जैसे अल्जाइमर, अवसाद, अटेंशन डेफिसिट, हाइपर एक्टिविटी डिसऑर्डर (ADHD), डाउन सिंड्रोम, आटिज्म, और डिस्लेक्सिया आदि में मरीजों को काफी सहायक रहे हैं। इन व्यायाम के बाद आप एक निर्देशित ध्यान भी कर सकते हैं।
ध्यान से मस्तिष्क की शक्ति बढ़ाएँ
ज्यादातर लोग सोचते हैं कि ध्यान सिर्फ तनाव कम करने के लिए है। ध्यान मस्तिष्क में रक्त प्रवाह को बढ़ाता है सप्ताह में 6 घंटे ध्यान से मस्तिष्क की संरचना में बदलाव आ जाता है। ये बदलाव एकाग्रता को बढ़ाते हैं, स्मरण शक्ति को बढ़ाते हैं और एक साथ कई कम करने की क्षमता को बढ़ाते है।
2011 में हार्वर्ड से जुड़े शोधकर्ताओं ने मेसाचुसेट्स जनरल हॉस्पिटल (MGH) में की शोध में सत्यापित किया है। ध्यान, मोटे सेरिब्रल कोर्टेक्स से और अधिक ग्रे मैटर से जुड़ा है। ये मस्तिष्क के वे हिस्से हैं को स्मृति, सजगता, निर्णय लेने की क्षमता और सीखने से जुड़े हैं इसलिए ध्यान अधिक मस्तिष्क शक्ति का कारक है।
आपने जाना कि योग आसन, सुपर ब्रेन योग, प्राणायाम और ध्यान आपके मस्तिष्क को सक्रिय कर अधिक शक्तिशाली बना सकते हैं। इसलिए इन्हे कुछ समय दें और एक शानदार और स्वस्थ जीवन जियें।
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